बुधवार, 6 जुलाई 2011

भूमिकाएँ आती-जाती हैं




मधुर भण्डारकर ने अपनी फिल्म हीरोइन बनाने का इरादा फिलहाल त्याग दिया है। कुछ समय पहले इस बात की चर्चा हुआ करती थी कि ऐश्वर्य राय बच्चन के पास फिलहाल कोई उल्लेखनीय या बड़ा काम नहीं है। अभिषेक के साथ मिलने वाले अनुबन्धों को तरजीह देने के कारण उनके पास निर्माता कम आते थे क्योंकि अभिषेक की फिल्में विफल हो जाया करती थीं। दूसरे नायकों के साथ काम करने में ज्यादा रुचि न होने के कारण एकाएक उनकी उपस्थिति तत्कालीन हिन्दी फिल्मों में बहुत कम हो गयी और उनकी जगह कैटरीना, करीना, दीपिका पादुकोण, विद्या बालन, असिन आदि को अच्छे अवसर मिलने लगे।

इस बीच किसी अच्छी फिल्म से न जुड़ पाने और दूसरी नायिकाओं की स्पर्धा में दर्शकों के ऐश्वर्य की उपस्थिति को लगभग भूल जाने की स्थिति में ही मधुर भण्डारकर ने अपनी नयी फिल्म हीरोइन बनाने की घोषणा की और प्रचार के साथ यह भी जोड़ा कि इसे वे विश्वविख्यात अभिनेत्री मर्लिन मुनरो के जीवन और काम पर केन्द्रित करने का विचार रखते हैं। मर्लिन मुनरो एक बहुत ही खूबसूरत अभिनेत्री थीं, मधुर को लगा कि हिन्दी फिल्मों में ऐश्वर्य जैसी खूबसूरत अभिनेत्री दूसरी नहीं हैं लिहाजा उन्होंने उनसे सम्पर्क किया और उनको फिल्म के लिए राजी भी किया। हाँलाकि यह अफवाह भी फैली कि ऐश्वर्य की ससुराल इस फिल्म के लिए सहमत नहीं है। लेकिन ऐश्वर्य ने यह फिल्म ले ली और उसकी शूटिंग भी आरम्भ हुई।

मधुर ने हीरोइन के लिए न केवल ऐश्वर्य बल्कि और कलाकारों को भी अनुबन्धित कर लिया था किन्तु इसी बीच अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में अपने दादा बनने की सूचना दी और इस सूचना का तत्काल असर हीरोइन पर हुआ। फिल्म से जुड़े एक महत्वपूर्ण कलाकार ने बताया है कि मधुर ने इस फिल्म को बन्द कर दिया है। यह तो तय है कि वे इसे किसी और हीरोइन के साथ बनाना नहीं चाहते और जिस तरह का उत्साह उनको आज था, वैसा डेढ़-दो साल बाद रहेगा, इसका विश्वास खुद उनको नहीं है। ऐश्वर्य और एक फिल्म के लिए अभिषेक के साथ अनुबन्धित थीं, उसमें उनकी जगह प्रीटि जिण्टा को लिया जा रहा है मगर हीरोइन के निर्माण पर ग्रहण लग गया।

चाहे रंगमंच हो, सिनेमा हो या जीवन हो, भूमिकाएँ तय होती हैं और निभाने मिलेगी भी या नहीं यह तय ऊपरवाला करता है। ऐश्वर्य, हीरोइन की भूमिका निभातीं मगर दो खुशियों का हाथ एक साथ थाम पाना कहाँ मुमकिन है?

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